जिस व्यक्ति का शरीर चंचल और मन स्थिर है वही सबसे अधिक बलशाली है । प्राचीनकाल में हमारे ऋषि मुनियों ने मंत्र और व्यायाम सहित एक ऐसी आसन् प्रणाली विकसित की, जिसमें सूर्योपासना का भी समावेश है। इसे सूर्यनमस्कार कहते हैं। इसके नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति की वृद्धि के साथ विचारशक्ति और स्मरणशक्ति भी तीव्र होती है
अपने बच्चो को घर पर प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करवाइयें उससे उनके तेज़, बल, और बुद्धि में अप्रत्याशित वृद्धि होगी यह वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों ही तरह से प्रमाणित है सूर्य नमस्कार को करने में ७-१० मिनट का समय लगता है।
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Saturday 15 April 2017
सूर्य नमस्कार
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